प्रशासन द्वारा लगातार शहर में अतिक्रमण पर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में शनिवार को तुलसी नगर में दुकानों और मकानों का सीमांकन किया गया, जो सरकारी जमीन पर आ रहे थे, इसकी रिपोर्ट जल्दी ही अधिकारियों को सौंपी जाएगी।नपती काे लेकर रहवासी संघ लामबंद हो गए हैं। उनका कहना है कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए ये लोग गतल तरीके से सीमांकन कर रहे हैं। सीमांकन के हिसाब से तुलसी नगर में करीब 85 मकान और दुकान सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के दायरे में आ रहे हैं।
शनिवार दोपहर तुलसी नगर सीमांकन करने पहुंची शासन की टीम को रहवासियों का विरोध झेलना पड़ा। हालांकि, सीमांकन के बाद निशान लगा दिए गए और जल्दी ही इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी। क्षेत्र में करीब 85 मकान और दुकान ऐसे हैं, जो सरकारी जमीन पर अतिक्रमण में आ रहे हैं। आरआई विशाल शर्मा के अनुसार तहसीलदार के नोटिस पर रहवासियों ने ही उनके सामने सीमांकन का निवेदन किया था, जिसके बाद रहवासियों के सामने ही सीमांकन किया गया।
सीमांकन कर रहे अधिकारियों के सामने ही रहवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने आरोप लगाए कि रोड के एक साइड ही सीमांकन किया जा रहा है, जो गलत है। सालों से रह रहे लोगों को विकास कार्यों के नाम पर परेशान किया जा रहा है, जबकि सबके पास जमीन की रजिस्ट्री है। रहवासी संघ के अध्यक्ष राजेश तोमर ने बताया कि संघ के लोग अपनी बात को शालीनता से अधिकारियों के समक्ष रखेंगे।